रविवार, 24 मई 2009

चिडिया भीग जाती है ,
जब बारिश आती है ।
धरती गीली हो जाती है,
जब बारिश आती है।
नदी भर जाती है,
जब बारिश आती है।
आदमी की किस्मत में
कहाँ है,
इस तरह सेभीगना
और भर पाना ,
उसके पास
बचने के उपाय जो है।
: मुनि क्षमासागर

4 टिप्‍पणियां:

  1. आप की रचना प्रशंसा के योग्य है . लिखते रहिये
    चिटठा जगत मैं आप का स्वागत है

    गार्गी

    जवाब देंहटाएं
  2. चिटठा जगत मैं आप का स्वागत है । लिखते रहीये हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

    जवाब देंहटाएं
  3. blog jagat men swagat hai. rachna umda hai. kavyadhara ke deepak sharma ki tippni bahut umda hai.

    जवाब देंहटाएं